हरतालिका तीज में बिना मेहंदी के महिलाओं का यह पर्व और श्रृंगार अधूरा माना जाता है। सुहागिन के सौभाग्य की...

... निशानी मेहंदी शुभ लक्षणा है। मेहंदी जहां सोलह श्रृंगार का एक महत्वपूर्ण और अभिन्न अंग है, वहीं पति पत्नी के प्यार...

... और समर्पण की भावना के अनूठे संगम का प्रतीक है। मेहंदी लगाने पर भी मान्यता है कि माता पार्वती ने शिवजी को...

... मनाने के लिए सर्वप्रथम यह कठिन व्रत रखा था और अपने हाथों में मेहंदी रचाई थी। जब शिवजी ने माता पार्वती के हाथों पर ...

... मेहंदी रची देखी तो वे प्रसन्न हो गए और माता पार्वती को स्वीकार कर लिया। इसीलिए मेहंदी का रंग जितना गहरा चढ़ता है...

 ...कहा जाता है कि पति का उतना ही अधिक प्यार मिलता है , इसीलिए महिलाएं मेहंदी के लगाने के साथ-साथ यह भी सोचती हैं कि मेहंदी का रंग खूब चढ़े।

कन्याएं और सुहागिन स्त्रियां भी इसी आस्था के साथ हाथों में मेहंदी रचाती हैं कि उनको मनचाहा वर मिले और अखंड सौभाग्य की मनोकामना पूरी हो। अपने दोस्तों के साथ शेयर करें।